उच्च शिक्षा विभाग और विक्रम विश्वविद्यालय की लापरवाही से सैकड़ों छात्रों का भविष्य अधर में!

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बीबीए-बीसीए कोर्स के लिए AICTE की मान्यता नहीं, बीकॉम में पूरी कक्षा को दे दिया शून्य अंक

दशपुर दिशा । योगेश पोरवाल
मन्दसौर । मंदसौर के राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीबीए और बीसीए कोर्स में प्रवेश लेने वाले करीब 240 छात्रों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। कॉलेज को ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) से इन कोर्सेज के लिए अनुमति न मिलने के कारण इस सत्र में प्रवेश नहीं हो पाएंगे। इसके अलावा, बीकॉम द्वितीय वर्ष के छात्रों को परीक्षा में शामिल होने के बावजूद पूरी कक्षा को विक्रम विश्वविद्यालय ने से शून्य अंक दिए हैं, जिससे पूरी कक्षा परेशान है।

AICTE की अनुमति नहीं होने से बीबीए-बीसीए में प्रवेश पर संकट
राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.जेएस दुबे ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग ने AICTE से अनुमति के लिए अप्रैल में पत्र जारी किया, जबकि AICTE ने फरवरी में ही आवेदन की प्रक्रिया बंद कर दी थी। दो महीने की देरी से जानकारी मिलने के कारण मंदसौर सहित प्रदेश के कई कॉलेज AICTE से संबद्धता प्राप्त नहीं कर सके। इसके चलते बीबीए और बीसीए कोर्स में प्रवेश हो पा रहे है। प्राचार्य ने उम्मीद जताई कि उच्च शिक्षा विभाग इस समस्या का समाधान निकालने का प्रयास करेगा, क्योंकि यह समस्या पूरे प्रदेश के कॉलेजों में है।

प्रदेश में बीबीए और बीसीए कोर्स संचालित करने वाले 82 सरकारी कॉलेजों में से केवल 21 के पास ही AICTE की मान्यता है। उच्च शिक्षा विभाग ने तकनीकी शिक्षा विभाग को 490 कॉलेजों की सूची सौंपी है, जिसमें बीबीए के 293 और बीसीए के 197 कॉलेज शामिल हैं। हालांकि, इनमें से केवल 231 कॉलेज ही AICTE से मान्यता प्राप्त कर पाए हैं।

बीकॉम छात्रों को शून्य अंक, विश्वविद्यालय पर सवाल
बीकॉम द्वितीय वर्ष के छात्रों के साथ भी अन्याय हुआ है। विक्रम विश्वविद्यालय ने इन छात्रों को शून्य अंक दे दिए, जबकि कॉलेज ने उनकी परीक्षा की कॉपियां विश्वविद्यालय को भेजी थीं। प्राचार्य डॉ. दुबे ने कहा, “हमने परीक्षा होने की पुष्टि का पत्र विश्वविद्यालय को भेजा है कॉपियां भी विश्वविद्यालय को भेजी थीं। यह विश्वविद्यालय की गलती है।” इस मामले ने छात्रों में आक्रोश पैदा कर दिया है।

क्या है आगे की उम्मीद
यदि AICTE ने कॉलेजों को दोबारा संबद्धता का मौका नहीं दिया, तो मंदसौर के 240 छात्र बीबीए और बीसीए में प्रवेश से वंचित रह जाएंगे। हालांकि, अगस्त-सितंबर तक कॉलेज स्तर की काउंसलिंग चलती है, इसलिए उच्च शिक्षा विभाग के हस्तक्षेप से कोई रास्ता निकलने की संभावना है।

छात्रों में रोष, भविष्य पर अनिश्चितता
उच्च शिक्षा विभाग और विक्रम विश्वविद्यालय की इस लापरवाही का खामियाजा मंदसौर के सैकड़ों छात्र भुगत रहे हैं। बीबीए-बीसीए में प्रवेश न मिलने और बीकॉम के शून्य अंक मिलने से छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। छात्रों और अभिभावकों ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है।

Dashpur Disha
Author: Dashpur Disha

दशपुर दिशा समाचार पत्र भारत के प्रेस महापंजीयक कार्यालय नई दिल्ली से पंजीकृत है। दशपुर दिशा मालवांचल में खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित समाचार पत्र है। www. dashpurdisha.com हमारी अधिकृत वेबसाइट है।

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