दशपुर दिशा । योगेश पोरवाल
मंदसौर। मंदसौर नगरपालिका परिषद द्वारा निजी अस्पतालों को फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई तेज कर दी है। परसों लोकायुक्त की जांच टीम ने नगरपालिका परिषद, मंदसौर पहुंचकर संबंधित दस्तावेजों की गहन जांच की और अधिकारियों से पूछताछ की। इस मामले में तत्कालीन मुख्य नगरपालिका अधिकारी सुधीर सिंह, इंजीनियर रोहित कैथवास, पूर्व सीएमओ प्रेम कुमार सुमन, सीएमएचओ गोविंद सिंह चौहान और इंजीनियर पीएस धार्वे पर निजी अस्पतालों को फर्जी व्यावसायिक अनुमति और भवन पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार, इन फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गोविंद सिंह चौहान ने 21 निजी अस्पतालों की मान्यता का नवीनीकरण कर दिया था। इस घोटाले की शिकायत मंदसौर के पत्रकार नरेंद्र धनोतिया ने प्रमाणों सहित लोकायुक्त के समक्ष दर्ज की थी, जिसके बाद यह जांच शुरू हुई।

लोकायुक्त ने पहले जिला प्रशासन को इस मामले की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। साथ ही, सीएमएचओ गोविंद सिंह चौहान ने भी कलेक्टर को इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण सौंपा है। जांच में सामने आया है कि यह मामला न केवल फर्जी प्रमाण पत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे नगरपालिका को करोड़ों रुपये के राजस्व की हानि भी हुई है।
लोकायुक्त की टीम ने नगरपालिका कार्यालय में मौजूद दस्तावेजों की पड़ताल की और संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी मांगी। सूत्रों के अनुसार, जांच में फर्जी प्रमाण पत्रों के निर्माण और उनके आधार पर अस्पतालों की मान्यता नवीनीकरण की प्रक्रिया में कई अनियमितताएं सामने आई हैं।
इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए लोकायुक्त की जांच रिपोर्ट महत्वपूर्ण होगी। स्थानीय लोगों और पत्रकारों ने इस कार्रवाई को पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।
Author: Yogesh Porwal
वर्ष 2012 से पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय है। राष्ट्रीय समाचार पत्र हमवतन, भोपाल मेट्रो न्यूज, पद्मिनी टाइम्स में जिला संवाददाता, ब्यूरो चीफ व वर्ष 2015 से मन्दसौर से प्रकाशित दशपुर दिशा समाचार पत्र के बतौर सम्पादक कार्यरत, एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जिला स्तरीय अधिमान्य पत्रकार है। पोरवाल, खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित है तथा खोजी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित भी किए जा चुके है। योगेश पोरवाल ने इग्नू विश्वविद्यालय दिल्ली एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, न्यू मीडिया में पीजी डिप्लोमा और मास्टर डिग्री प्राप्त की, इसके अलावा विक्रम विश्वविद्यालय से एलएलबी, एलएलएम और वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय से सायबर कानून में अध्ययन किया है।








