दशपुर दिशा । दीपक सोनी
रतलाम। ग्राम पंचायत हरियाखेड़ा जनपद पंचायत पिपलोदा के सरपंच जितेंद्र पाटीदार को रिश्वतकांड में दोषी पाए जाने के बाद जिला पंचायत सीईओ शृंगार श्रीवास्तव ने उनके पद से हटा दिया है। साथ ही, उन्हें अगले 6 वर्षों तक किसी भी चुनाव में हिस्सा लेने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है। जिला प्रशासन ने मंगलवार को यह जानकारी साझा की।
रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए थे पाटीदार
जितेंद्र पाटीदार के खिलाफ पिंटू मुनिया (मैनेजर, हर्ष इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी, रतलाम) ने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ईओडब्ल्यू उज्जैन में शिकायत दर्ज की थी। शिकायत के अनुसार, ग्राम पंचायत हरियाखेड़ा को 200 डंपर मुरम की आवश्यकता थी, जिसके लिए खनिज विभाग से अनुमति हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) की जरूरत थी। पाटीदार ने एनओसी जारी करने के बदले 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।

ईओडब्ल्यू की टीम ने 23 जनवरी 2025 को जावरा में यातायात पुलिस चौकी के पास कार्रवाई करते हुए पाटीदार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया।
जिला पंचायत ने की कठोर कार्रवाई
जिला पंचायत रतलाम ने मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 की धारा 40 के तहत पाटीदार के खिलाफ सुनवाई की। सुनवाई के दौरान पाटीदार को लोक सेवक होते हुए रिश्वत लेने का दोषी पाया गया। जिला पंचायत सीईओ शृंगार श्रीवास्तव ने लोकहित में पाटीदार को सरपंच पद के लिए अवांछनीय मानते हुए उन्हें पद से हटाने का आदेश जारी किया। साथ ही, अधिनियम की धारा 40 (1) (ख) के तहत उन्हें 6 वर्षों तक किसी भी निर्वाचन के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया।
भाजपा समर्थक है पाटीदार, बड़े नेताओं से थे संबंध
जितेंद्र पाटीदार भाजपा समर्थक थे और उन्होंने कई बड़े नेताओं के साथ अच्छे संबंध स्थापित किए थे। हालांकि, रिश्वतकांड ने उनकी राजनीतिक छवि को धक्का पहुंचाया और उनकी सरपंची की कुर्सी छिन गई।
Author: Dashpur Disha
दशपुर दिशा समाचार पत्र भारत के प्रेस महापंजीयक कार्यालय नई दिल्ली से पंजीकृत है। दशपुर दिशा मालवांचल में खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित समाचार पत्र है। www. dashpurdisha.com हमारी अधिकृत वेबसाइट है।









