पिता ने ट्रैक्टर की किश्त भरने के लिए दिए रुपए ऑनलाइन गेम रमी में हार गया था, हत्या कर रूपए लूट लिए
उज्जैन। एक युवक को उसके पिता ने ट्रेक्टर की किश्त भरने के लिए 40 हजार रुपए दिए। युवक उक्त रुपए ऑनलाइन गेम रमी में हार गया। किश्त वाले ने उसके पिता को फोन लगा दिया। युवक जब घर लौटा तो पिता ने डांट लगाई और किश्त के रुपए कहीं से भी लाने को कहा। युवक ने अपने दोस्त के साथ प्लान बनाकर भैंस व्यापारी को बुलाया और चाकू व लट्ठ से हत्या कर उसके रुपए लूट लिए। उन्हेल थाना पुलिस ने जांच के बाद दोनों युवकों को गिरफ्तार कर अंधेकत्ल का पर्दाफाश कर दिया।
थाना प्रभारी अशोक शर्मा ने बताया कि 13 दिसंबर को पठान मोहल्ला उन्हेल में रहने वाला सैफुद्दीन पिता नासिरुद्दीन कुरैशी पार्टनर शादाब, मानसिंह एवं लोडिंग चालक राजा शाह के साथ संडावदा से भैंस लेकर उन्हेल आ रहा था। रास्ते में सैफुद्दीन दूसरी भैंस खरीदने लेकोड़ा आंजना में महेश चौधरी के बुलाने पर उसके पास चला गया। वह देर रात तक घर नहीं लौटा। मोबाइल बंद आ रहा था। उसके भाई सद्दाम कुरैशी ने उन्हेल थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
दूसरे दिन पटरी किनारे मिली थी लाश-
इधर उन्हेल थाने में सैफुद्दीन की गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही थी वहीं 14 दिसंबर की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि अज्ञात व्यक्ति की लाश ग्राम लेकोड़ा आंजना रेलवे ट्रेक के पास पड़ी है। पुलिस ने शव देखा तो मृतक की पहचान सैफुद्दीन के रूप में हुई। उसके सिर में चोंट के निशान थे।
पार्टनर व लोडिंग चालक ने बताई लोकेशन
पुलिस को प्रारंभिक जांच में पता चला कि सैफुद्दीन के पास रुपए, मोबाइल थे। अंधे कत्ल की जांच अलग-अलग एंगल से शुरू की गई। सबसे पहले उसके पार्टनर शादाब, मानसिंह और लोडिंग चालक राजा शाह को थाने बुलाकर पूछताछ की। उन्होंने पुलिस को बताया कि संडावदा से भैंस लेकर लौटते समय रास्ते में सैफुद्दीन के मोबाइल पर लेकोड़ा आंजना निवासी महेश चौधरी का फोन आया था। उसने पाार्टनरों को बताया कि उक्त गांव में एक और भैंस का सौदा करने जा रहा हूं। राजा शाह ने भी पुलिस को बताया कि सैफुद्दीन ने लेकोड़ा आंजना बुलाया था।
आरोपी उन्हेल में भैंस बिकवाने गया
पुलिस को अब महेश चौधरी की तलाश थी। पुलिस ने उसके घर दबिश दी वह नहीं मिला। महेश गांव में ही रहने वाले राहुल की भैंस बिकवाने उन्हेल गया था। पुलिस ने मुखबिरों की मदद से महेश को हिरासत में लिया और पूछताछ की तो उसने अपने दोस्त चावण्ड निवासी विकास पिता जूझार दायमा के साथ सैफुद्दीन की हत्या करना कबूला। उसने पुलिस को बताया कि लूट की नीयत से उसकी चाकू व डंडे से हत्या की थी।
पहले से तय था प्लान था कहां ले जाकर मारना है
महेश और उसके दोस्त विकास ने पहले से प्लान बना लिया था कि सैफुद्दीन को गांव बुलाकर कहां ले जाकर मारना है। प्लान के मुताबिक उसे फोन कर गांव बुलाया। यहां भैंस दिखाने के बाद उससे कहा कि गांव के राहुल नामक युवक को भी भैंस बेचना है। इसी बहाने से लेकोड़ा आंजना रेलवे ट्रेक के पास ले गए। सुनसान इलाके में उसे रोका और कहा कि तुम्हारे लोडिंग वाहन को बुला लो। सैफुद्दीन ने अपनी बाइक रोकी और ड्रायवर राजा शाह को फोन किया। उससे कहा कि सौदा हो गया है वाहन लेकर गांव आ जाओ। वह ड्रायवर से बात कर ही रहा था कि पीछे से महेश ने लट्ठ से उसके सिर पर हमला कर दिया। एक ही वार में सैफुद्दीन बेसुध होकर जमीन पर गिर गया। महेश और विकास ने उसकी जेब से रुपए व मोबाइल निकाला और भाग गए।
सिर्फ 40 हजार की जरूरत थी आरोपी को
पुलिस ने बताया कि महेश पिता मुकेश चौधरी को उसके पिता ने ट्रेक्टर की किश्त भरने के लिए 40 हजार रुपए दिए थे। उक्त रुपए महेश ऑनलाइन गेम रमी खेलकर हार गया। पिता ने उसे घर से निकाला और कहा कि कहीं से भी रुपए लेकर आना। वह दो दिनों तक घर नहीं गया। अपने दोस्त विकास के साथ शराब पी और रुपए का इंतजाम करने की योजना बनाई। रुपए लूटने की नीयत से ही उसने सैफुद्दीन को अपने गांव बुलाया था और सिर्फ 40 हजार रुपए के लिए उसने दोस्त के साथ मिलकर हत्या कर दी।
मोबाइल डबरी से और बदमाशों से रुपए जब्त
पुलिस ने दोनों आरोपियों को धारा 103-1, 309-6, 238 बीएनएस के तहत गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर गांव के पास बनी डबरी से मोबाइल जब्त किया और लूट के 34650 रुपए जब्त किए। हत्या के खुलासे में सीएसपी बृजेश श्रीवास्तव, टीआई अशोक शर्मा, एसआई एम.एल. निनामा, एएसआई रामनारायण पंवार, राजीव सिंह चौहान, प्र.आर. महेन्द्र मिश्रा, रामेश्वर पटेल, कालूराम, आरक्षक देवेन्द्र, हेवेन्द्र, संजीव नैन, उदयसिंह यादव, अखिलेश, आरती पाल की विशेष भूमिका रही।

Author: Dashpur Disha
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