राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने किशनगढ़ में नकली खाद फैक्ट्रियों का किया भंडाफोड़, दर्जनभर फैक्ट्रियां सील

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“मार्बल चूरा, मिट्टी और केमिकल से बनाई नकली खाद, ब्रांडेड रैपर में पैक कर मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में बेचते थे

अजमेर। राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने गुरुवार, 29 मई 2025 को अजमेर जिले के किशनगढ़ क्षेत्र में नकली खाद बनाने वाली फैक्ट्रियों पर बड़ी कार्रवाई की। इस छापेमारी में उदयपुर कलां, टिकावड़ा, चुरली, डीन्डवाडा, और बांदर सींदरी जैसे गांवों में संचालित 12 से अधिक अवैध फैक्ट्रियों को सील किया गया। इन फैक्ट्रियों में नकली डीएपी, यूरिया, जिंक सल्फेट, जिप्सम, और पोटाश जैसे उर्वरकों का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जा रहा था, जो किसानों के साथ धोखाधड़ी का कारण बन रहा था।

छापेमारी का विवरण
कृषि मंत्री को गुप्त सूचना मिली थी कि किशनगढ़ के आसपास के ग्रामीण इलाकों में कई अवैध फैक्ट्रियां नकली खाद तैयार कर रही हैं। इस सूचना के आधार पर डॉ. मीणा ने स्थानीय कृषि अधिकारियों और किशनगढ़ थाने के प्रभारी भीखाराम काला के साथ मिलकर उदयपुर कलां गांव में एक फैक्ट्री पर छापा मारा। कार्रवाई के दौरान यह खुलासा हुआ कि इन फैक्ट्रियों में मार्बल की स्लरी (चूरा) और मिट्टी को उच्च तापमान पर गर्म कर, उसमें रंग और केमिकल मिलाकर नकली खाद तैयार की जा रही थी। इन नकली उर्वरकों को ब्रांडेड कंपनियों के रैपर में पैक कर राजस्थान के साथ-साथ मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, और बिहार जैसे राज्यों में सप्लाई किया जा रहा था।

मंत्री ने स्वयं एक लोडिंग टेम्पो में बैठकर फैक्ट्री तक पहुंचकर इस गोरखधंधे का पर्दाफाश किया। छापेमारी के दौरान फैक्ट्रियों में लाखों टन नकली उर्वरक, कच्चा माल, जेसीबी, ट्रक, और करोड़ों रुपये की मशीनें जब्त की गईं। कुछ फैक्ट्रियां बिना लाइसेंस के चल रही थीं, जबकि कुछ तमिलनाडु के लाइसेंस पर अवैध रूप से संचालित हो रही थीं।

किसानों के साथ यह बड़ा धोखा
डॉ. मीणा ने कहा, “किसानों के साथ यह बड़ा धोखा हो रहा था। खाद के नाम पर पत्थर का चूरा और मिट्टी बेची जा रही थी, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा था। ऐसी फैक्ट्रियां वर्षों से चल रही थीं, और यह आश्चर्यजनक है कि अब तक इन पर किसी का ध्यान नहीं गया।” उन्होंने बताया कि राजस्थान में ऐसी 34 से अधिक फैक्ट्रियों की सूची तैयार की गई है, और इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

छापेमारी के दौरान एक फैक्ट्री के संचालक ने मंत्री के सामने माफी मांगी, लेकिन पुलिस ने संचालक और कुछ मजदूरों को हिरासत में ले लिया। कृषि विभाग की टीमें अब इन फैक्ट्रियों के मालिकों का पता लगाने और नकली खाद की सप्लाई चेन की जांच में जुटी हैं।

कानूनी कार्रवाई के दिए निर्देश
मंत्री ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “किसानों के साथ धोखा करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।” कृषि विभाग ने नकली खाद के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए लैब भेजा है, ताकि इनके रासायनिक गुणों और हानिकारक प्रभावों का पता लगाया जा सके।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हो रही चर्चा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस कार्रवाई की व्यापक चर्चा हो रही है। कई यूजर्स ने मंत्री की सजगता की सराहना की और सवाल उठाया कि इतने बड़े पैमाने पर यह अवैध धंधा किसकी शह पर चल रहा था। एक यूजर ने लिखा, “कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा की सजगता से नकली खाद बनाने की फैक्ट्रियां पकड़ी गई हैं। किसानों के साथ लंबे समय से हो रहे इस धोखे के लिए कितने लोग जिम्मेदार होंगे”

कृषि मंत्री ने भरोसा दिलाया कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी, और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। उन्होंने अन्य जिलों में भी ऐसी अवैध फैक्ट्रियों पर नजर रखने और किसानों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने की बात कही। इस कार्रवाई से न केवल राजस्थान बल्कि अन्य राज्यों के किसानों को भी राहत मिलने की उम्मीद है, जो नकली खाद के कारण नुकसान झेल रहे थे।

Dashpur Disha
Author: Dashpur Disha

दशपुर दिशा समाचार पत्र भारत के प्रेस महापंजीयक कार्यालय नई दिल्ली से पंजीकृत है। दशपुर दिशा मालवांचल में खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित समाचार पत्र है। www. dashpurdisha.com हमारी अधिकृत वेबसाइट है।

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