रतलाम के बंजली हवाई पट्टी में होना था आंदोलन, कार्यक्रम की अनुमति नही होने के कारण पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया
रतलाम। सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने बुधवार को महा आंदोलन का आह्वान किया गया था। बंजली हवाई पट्टी से 11 बजे के पहले ही विधायक डोडियार को उनके समर्थकों के साथ पुलिस अभिरक्षा में लेकर जेल की ओर भेजा गया। इस दौरान पुलिस और प्रशासन के आला अफसर मौजूद थे। पुलिस वाहन में चढ़ने के दौरान इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए गए। रतलाम बांसवाड़ा मार्ग पर सड़क पर काफी संख्या में बैरिकेड लगाए जाने से वाहन चालक परेशान होते रहे।
विधायक और डॉक्टर के बीच हुए विवाद ने तूल पकड़ा। इसके बाद बुधवार को महा आंदोलन की बात कही गई थी। पहले यहां आंदोलन शहर के नेहरू स्टेडियम में आयोजित होना था मगर एन वक्त पर विधायक के आह्वान पर ही सैलाना रोड स्थित बंजली हवाई पट्टी पर परिवर्तित किया गया। सभी तैयारियां यहां पर शुरू हुई। पुलिस और जिला प्रशासन के ने भी ताबड़तोड़ व्यवस्था कर बैरिकेट्स लगाए।
10:35 पर हवाई पट्टी के यहां तखत लगाकर उनके समर्थक गादी और चद्दर की बिछात कर रहे थे। कुछ समर्थकों के हाथ में तस्वीर थी। इसके पहले ही सैकड़ो की संख्या में पुलिस बल मौजूद था। हाथ में डंडे सर पर टोपी पूरी सुरक्षा के साथ मुस्तैद रहे। इसी दरमियान एडिशनल एसपी राकेश खाखा, एसडीएम अनिल भाना, तहसीलदार ऋषभ ठाकुर सहित जिला और पुलिस प्रशासन के आला अफसर मौजूद रहे। आयोजन स्थल पर विधायक गादी पर बैठ गए। अपने समर्थक भी साथ में थे। तस्वीरों तकत के साथ लगाई गई कुर्सियों पर तस्वीर रखी गई।
आयोजन स्थल पर महाआंदोलन के लिए लाए गए हैंड माइक से ही 10.45 बजे एसडीएम ने कहा कि यह महाआंदोलन उचित नहीं है। प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है। आप चाहे तो यहां से जा सकते हैं। इसके बाद भी नहीं माने। विधायक डोडियार के समर्थक बैठे रहे। महाआंदोलन वालों का माइक पुनः उनके पास आया फिर तब श्री गुप्ता ने कहा कि निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग डॉक्टर द्वारा किया गया है। लगता है उनके डीएनए में ही मिस्टेक है, यदि अपनी मां की औलाद होते तो जनप्रतिनिधि के साथ अभद्र भाषा में बात नहीं करते। लगता है यह विदेशी है। यदि निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ डॉक्टर ऐसी भाषा का उपयोग करते हैं तो आमजन के प्रति उनका व्यवहार कैसा होगा।
उल्लेखनीय की आंदोलन का आयोजन पहले शहर के नेहरू स्टेडियम में होना था मगर विधायक ने ही एक वीडियो डाला जिसमें कहा गया की महा आंदोलन का स्थान बदलकर अब बंजली हवाई पट्टी पर कर दिया गया है। सभी साथी वहीं पर मौजूद रहे। इसके पश्चात पुलिस प्रशासन भी ताबड़तोड़ बिजली हवाई पट्टी की ओर गया। बेरिकेट से लगाए गए अग्निशमन यंत्र सहित अन्य व्यवस्थाएं की गई। आयोजन स्थल पर पुलिस बल के लिए भोजन की व्यवस्था की गई। जैसे ही भोजन का समय हुआ वैसे ही सबको थालियों में सजा भोजन मिलने लगा। यहां पर पुलिस प्रशासन की सड़क पर मुस्तैदी के कारण वाहन चालकों को कुछ परेशानी का सामना करना पड़ा।

Author: Yogesh Porwal
वर्ष 2012 से पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय है। राष्ट्रीय समाचार पत्र हमवतन, भोपाल मेट्रो न्यूज, पद्मिनी टाइम्स में जिला संवाददाता, ब्यूरो चीफ व वर्ष 2015 से मन्दसौर से प्रकाशित दशपुर दिशा समाचार पत्र के बतौर सम्पादक कार्यरत, एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जिला स्तरीय अधिमान्य पत्रकार है। पोरवाल, खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित है तथा खोजी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित भी किए जा चुके है। योगेश पोरवाल ने इग्नू विश्वविद्यालय दिल्ली एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, न्यू मीडिया में पीजी डिप्लोमा और मास्टर डिग्री प्राप्त की, इसके अलावा विक्रम विश्वविद्यालय से एलएलबी, एलएलएम और वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय से सायबर कानून में अध्ययन किया है।