हाईकोर्ट के आदेश के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने पीजी कॉलेज प्राचार्य बदला

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वरिष्ठता को लेकर डॉ. गुप्ता और डॉ. वर्मा थे आमने-सामने, डॉ. वर्मा को हाईकोर्ट से मिली राहत

मन्दसौर। राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (पीएम एक्सीलेंस कॉलेज) मन्दसौर में प्राचार्य एलएन शर्मा की सेवानिवृत्ति के बाद डॉ. दिनेश चंद्र गुप्ता को प्राचार्य बनाया गया था।
डॉ. गुप्ता के प्राचार्य बनने के बाद कॉलेज के ही वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. आरके वर्मा ने आपत्ति ली थी। उन्होंने बताया था कि वे सबसे वरिष्ठ प्रोफेसर है उसके बावजूद डॉ. गुप्ता को प्राचार्य बना दिया गया। वहीं दूसरी ओर प्राचार्य डॉ.गुप्ता ने भी खुद को सबसे वरिष्ठ बताकर कहा था कि शासनादेश पर मुझे पर प्राचार्य बनाया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद डॉ. आरके वर्मा ने हाईकोर्ट को शरण ली, हाईकोर्ट ने डॉ.वर्मा को वरिष्ठ मानते हुए प्राचार्य बनाने हेतु उच्च शिक्षा को आदेश दिया। उच्च शिक्षा विभाग भोपाल के आदेश के बाद आज डॉ.आरके वर्मा ने राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मन्दसौर में प्राचार्य का पदभार ग्रहण किया।

यह कहना है इनका
हाईकोर्ट के निर्देश पर उच्च शिक्षा विभाग ने मुझे प्राचार्य बनाने का आदेश जारी किया है-डॉ. आरके वर्मा
इस सम्बंध में डॉ. डीसी गुप्ता से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु उनका फोन नोट रिचेबल बताता रहा।

Yogesh Porwal
Author: Yogesh Porwal

वर्ष 2012 से पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय है। राष्ट्रीय समाचार पत्र हमवतन, भोपाल मेट्रो न्यूज, पद्मिनी टाइम्स में जिला संवाददाता, ब्यूरो चीफ व वर्ष 2015 से मन्दसौर से प्रकाशित दशपुर दिशा समाचार पत्र के बतौर सम्पादक कार्यरत, एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जिला स्तरीय अधिमान्य पत्रकार है। पोरवाल, खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित है तथा खोजी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित भी किए जा चुके है। योगेश पोरवाल ने इग्नू विश्वविद्यालय दिल्ली एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, न्यू मीडिया में पीजी डिप्लोमा और मास्टर डिग्री प्राप्त की, इसके अलावा विक्रम विश्वविद्यालय से एलएलबी, एलएलएम और वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय से सायबर कानून में अध्ययन किया है।

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