अवैध खनन के चक्कर मे विक्रम सीमेंट फैक्ट्री ने बंद कर दिये आम रास्ते!

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बिना अनुमति की जा रही खुदाई, लाखों का टैक्स बकाया, रास्ते बन्द होने से आमजन को हो रही परेशानी

जावद। खोर स्थित विक्रम सीमेंट फैक्ट्री द्वारा नगर पंचायत नयागांव क्षेत्र की करीब 700 बीघा भूमि पर बिना एनओसी के अवैध रूप से चूना पत्थर का उत्खनन किया जा रहा है। फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा खुदाई के दौरान ग्रामीणों के खेतों पर जाने वाले आम रास्ते भी बंद कर दिए गए हैं, जिससे स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर परिषद नयागांव द्वारा कई बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद फैक्ट्री द्वारा न तो टैक्स का भुगतान किया गया है और न ही अवैध उत्खनन पर रोक लगाई गई है।

बिना एनओसी के हो रही खुदाई, लाखों का राजस्व नुकसान
नगर परिषद नयागांव के सीएमओ अमरदास सेनानी ने बताया कि विक्रम सीमेंट फैक्ट्री द्वारा खनन से पहले अनिवार्य एनओसी नहीं ली गई है, जो नियमों के विरुद्ध है। इसके चलते शासन को लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। विक्रम सीमेंट पर नगर पंचायत का लगभग अभी तक का 63 लाख रूपये का टैक्स बकाया है, जिसकी वसूली के लिए कई बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं। इसको लेकर नगर परिषद से विक्रम सीमेंट के प्रबंधक को पत्र लिखा है।

ग्रामीणों के रास्ते बंद, विरोध पर भी नहीं हो रही सुनवाई—
नगर परिषद ने अपनी शिकायत में उल्लेख किया है कि सर्वे नंबर 1142 में विक्रम सीमेंट द्वारा अवैध खुदाई की जा रही है, जिससे नयागांव-बोरखेड़ी मार्ग बंद हो गया है। विक्रम सीमेंट के एमल 5 माइनिंग लीज के तहत पिट नंबर 5 में खनन कार्य जारी है। इसी क्षेत्र से होकर ग्राम बोरखेड़ी का एक प्रमुख आम रास्ता गुजरता है, जो माइनिंग लीज के बाहर स्थित है। कंपनी द्वारा खनन कार्य के दौरान उक्त रास्ते को खुर्द-बुर्द कर दिया गया है, जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग ग्रामीणों के खेतों तक पहुंचने के लिए उपयोग किया जाता है और यह शासकीय रास्ता है। इसको लेकर ग्रामीणों ने पहले भी इसका विरोध किया था, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन के प्रभाव के चलते उनकी सुनवाई नहीं हुई।

कागजी खानापूर्ति कर रहा फैक्ट्री प्रबंधन
विक्रम सीमेंट फैक्ट्री द्वारा अवैध खुदाई को छिपाने के लिए कागजी खानापूर्ति की जा रही है। फैक्ट्री प्रबंधन ने पुलिस चौकी में कई आवेदन देकर अज्ञात लोगों द्वारा उत्खनन करने की शिकायत दर्ज कराई है, जबकि खुद ही बड़े पैमाने पर अवैध खुदाई कर रहा है। इसको लेकर विक्रम सीमेंट के एचआर हेड भूपेन्द्रसिंह से संपर्क किया तो उन्होने मीटिंग मे हूॅ, यह कहकर फोन काट दिया।

नगर पंचायत की मांग- रास्ता खोले, टैक्स चुकाए और एनओसी ले
नगर परिषद अध्यक्ष मुकेश जाट ने कहा कि जब तक फैक्ट्री प्रबंधन टैक्स जमा नहीं कर देता और एनओसी प्राप्त नहीं करता, तब तक खनन कार्य पर तत्काल रोक लगाई जाए। साथ ही आम रास्ता फिर से बहाल किया जाए।

प्रशासन करेगा मौका निरीक्षण
एसडीएम प्रीति संघवी नाहर ने कहा कि जल्द ही मौके का निरीक्षण किया जाएगा और खनिज विभाग को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए जाएंगे। साथ ही बंद किए गए रास्ते को खुलवाया जाएगा।

जनता में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि विक्रम सीमेंट फैक्ट्री पर अविलंब अर्थदंड लगाया जाए और अवैध उत्खनन पर तत्काल रोक लगाई जाए।

इनका कहना है
“नगर परिषद क्षेत्र में बिना एनओसी के उत्खनन किया जाना अवैध है। हमने फैक्ट्री को कई बार नोटिस जारी किए हैं, लेकिन टैक्स जमा नहीं किया गया है। पुलिस चौकी पर शिकायत दर्ज कराई गई है।” — अमरदास सेनानी, सीएमओ नगर परिषद नयागांव

“विक्रम सीमेंट ने आम रास्ते को बंद कर दिया है। हमारी मांग है कि रास्ता तत्काल खुलवाया जाए और टैक्स जमा करने के बाद ही खनन कार्य शुरू किया जाए। अन्यथा बड़ा आंदोलन क्षेत्रवासी करेंगे।”— मुकेश जाट, नगर परिषद अध्यक्ष, नयागांव

“मौका निरीक्षण कर खनिज विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा। अवैध रूप से बंद किए गए रास्ते को खुलवाया जाएगा।”— प्रीति संघवी नाहर, एसडीएम जावद

Yogesh Porwal
Author: Yogesh Porwal

वर्ष 2012 से पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय है। राष्ट्रीय समाचार पत्र हमवतन, भोपाल मेट्रो न्यूज, पद्मिनी टाइम्स में जिला संवाददाता, ब्यूरो चीफ व वर्ष 2015 से मन्दसौर से प्रकाशित दशपुर दिशा समाचार पत्र के बतौर सम्पादक कार्यरत, एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जिला स्तरीय अधिमान्य पत्रकार है। पोरवाल, खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित है तथा खोजी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित भी किए जा चुके है। योगेश पोरवाल ने इग्नू विश्वविद्यालय दिल्ली एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, न्यू मीडिया में पीजी डिप्लोमा और मास्टर डिग्री प्राप्त की, इसके अलावा विक्रम विश्वविद्यालय से एलएलबी, एलएलएम और वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय से सायबर कानून में अध्ययन किया है।

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