ऑडियो वायरल होने के बाद एनएसयूआई ने कार्रवाई न होने तक पुलिस थाना घरने की दी चेतावनी, एबीवीपी पदाधिकारी ने प्रेस नोट जारी कर ऑडियो को बताया फर्जी
मन्दसौर। जिले का लीड कॉलेज कहे जाने वाला राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों से लगातार पीजी कॉलेज में प्राचार्य आरके वर्मा और एबीवीपी कार्यकर्ताओ के बीच द्वंद चल रहा है।
सबसे पहले एबीवीपी ने सड़क पर चक्काजाम कर पीजी कॉलेज के 61 वर्षीय प्राचार्य राजकपूर वर्मा पर छात्राओं से अश्लीलता करने का आरोप लगाया था। एक छात्रा ने तो कॉलेज प्राचार्य के विरुद्ध इस बात को लेकर एफआईआर करवाई थी कि प्राचार्य उनके साथ इंस्टाग्राम रील बनाने की बोलते है।
इस घटनाक्रम के बाद पीजी कॉलेज प्राचार्य ने भी एबीवीपी के कुछ पदाधिकारियों के विरूद्ध नामजद यशोधर्मन नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी किन्तु उस पर आज दिवस तक कोई कार्रवाई नही हुई।
इस घटनाक्रम बाद पीजी कॉलेज प्राचार्य राजकपूर वर्मा ने महाविद्यालय में व्यवस्थाओं में बदलाव करते हुए। बिना आई कार्ड के कॉलेज में एंट्री पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसका परिणाम ये हुआ कि कॉलेज में बिना काम घूमने वाले लोगो पर रोक लग गई।
इस पूरे बदलाव के बाद एबीवीपी जिला संयोजक विजय गर्ग ने पीजी कॉलेज प्राचार्य राजकपूर वर्मा को फोन कर गाली गलौच करते हुए ये कहा कि हम तुझे जीने नही देंगे, तू चाहे कितनी भी रिकॉर्डिंग कर ले।
बताया जा रहा है कि पीजी कॉलेज प्राचार्य राजकपूर वर्मा ने फिर से यशोधर्मन नगर पुलिस थाने में एबीवीपी पदाधिकारीयो के विरूद्ध आवेदन दिया है।
इस घटनाक्रम का ऑडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो एबीवीपी की खासी किरकिरी हो रही है, बुद्धिजीवी वर्ग में चर्चा है कि छात्रहितों के लिए काम करने वाले संगठन की शिक्षकों के प्रति इस प्रकार की भाष अशोभनीय और निंदनीय है। ये तो गुंडई की श्रेणी में आता है। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा जिलाध्यक्ष नानालाल अटोलिया से मांग की है कि एबीवीपी जिलाध्यक्ष विजय गर्ग को पार्टी से निष्काषित करें।
पहले भी प्रोफेसर ने छुए थे एबीवीपी कार्यकर्ताओ के पैर
पीजी कॉलेज प्राचार्य में एबीवीपी कार्यकर्ताओं की अभद्रता से परेशान होकर कुछ वर्ष पूर्व प्रोफेसर डीसी गुप्ता ने भी एबीवीपी कार्यकर्ताओं के पैर छुए थे। पैर छूने का वीडियो होने के बाद पूरे देश से इस प्रकार की घटना की निंदा हुई थी।
यह कहना है इनका
हमारे देश में गुरुजन को भगवान का दर्जा दिया गया है। वायलेंस परिषद के नेता जब भगवान के समान प्राचार्य महोदय को जान से मारने की धमकी दे सकते हैं तो क्या छात्रों की रक्षा करेंगे और क्या उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे- रितिक पटेल
NSUI जिलाध्यक्ष मन्दसौर
इस मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मन्दसौर नगर कार्यालय मंत्री की ओर से एक प्रेस नोट जारी किया गया जिसमे लिखा कि पीजी कॉलेज के प्राचार्य द्वारा जिला संयोजक विजय गर्ग की एक फर्जी रिकॉर्डिंग वायरल की है, रिकॉर्डिंग वायरल करने के पीछे का कारण यह है कि कॉलेज में प्राचार्य द्वारा गीता व रामायण को एक मिथ्या बताया था, छात्राओं को यह बोला कि आप जींस टाप में कॉलेज आओ, आपके साथ रील बनाउंगा। जब यह विषय परिषद के संज्ञान में आया, तब परिषद ने आंदोलन किया व छात्रा द्वारा एफआईआर की गई, तो प्राचार्य बदले की भावना से यह निराधार आरोप लगा रहे है। और फर्जी रिकार्डिंग वायरल कर रहे है।
एनएसयूआई कल वायडी नगर थाने का घेराव करेगी
शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले पीजी कॉलेज के प्राचार्य को एबीवीपी के छात्र नेताओं द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है, विगत दिनों भी प्राचार्य को प्रताड़ित करने की कई बातें सामने आई जिसमें प्राचार्य द्वारा थाने पर एबीवीपी के छात्र नेताओं के खिलाफ आवेदन भी दिया था, जिस पर दबाव में कोई कार्यवाही नही हुई। विगत दिनों छात्र नेता ने कॉलेज के प्राचार्य को फोन लगाकर गंदी-गंदी गालियां दी यहां तक की जब प्राचार्य द्वारा फोन पर पुलिस की बात करवाई गई तो उनसे भी अभद्रता की गई वहीं प्राचार्य को कहा कि तुझे हम जीने नहीं देंगे उसके बाद भी पुलिस द्वारा अभी तक एबीवीपी के छात्र नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। ये आरोप एनएसयूआई जिलाध्यक्ष रितिक पटेल ने लगाते हुए कहा कि इसके विरोध में एनएसयूआई मंदसौर द्वारा पुलिस थाना वायडी नगर का घेराव कर प्राचार्य के समर्थन में विरोध प्रदर्शन कर जब तक एफआईआर दर्ज नहीं हो जाती तब तक पुलिस थाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उक्त विरोध प्रदर्शन की जानकारी देते हुए NSUI जिला अध्यक्ष ऋतिक पटेल ने सभी छात्रों से अपील करते हुवे कहा कि कल दोपहर 12 बजे अधिक से अधिक संख्या मे यशोधर्मन नगर थाने पहुँचे।

Author: Yogesh Porwal
वर्ष 2012 से पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय है। राष्ट्रीय समाचार पत्र हमवतन, भोपाल मेट्रो न्यूज, पद्मिनी टाइम्स में जिला संवाददाता, ब्यूरो चीफ व वर्ष 2015 से मन्दसौर से प्रकाशित दशपुर दिशा समाचार पत्र के बतौर सम्पादक कार्यरत, एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जिला स्तरीय अधिमान्य पत्रकार है। पोरवाल, खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित है तथा खोजी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित भी किए जा चुके है। योगेश पोरवाल ने इग्नू विश्वविद्यालय दिल्ली एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, न्यू मीडिया में पीजी डिप्लोमा और मास्टर डिग्री प्राप्त की, इसके अलावा विक्रम विश्वविद्यालय से एलएलबी, एलएलएम और वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय से सायबर कानून में अध्ययन किया है।