उप पुलिस महानिरीक्षक रीवा द्वारा थाना प्रभारी चुरहट को 1 वर्ष की वेतनवृद्धि रोके जाने के दण्ड से दंडित किया
सीधी के चुरहट में सरकारी कर्मचारी के रिटायरमेंट में बज रहे डीजे से थाना प्रभारी की नींद टूट गई। इस बात से नाराज होकर थाना प्रभारी ने जश्न में शामिल सरकारी कर्मचारी के बेटे और उसके साथियों को बाल पकड़कर घसीटने हुए थाने पहुंचा दिया
भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी जिले के हैरान करने वाला मामला आया है, जहां एक सरकारी कर्मचारी की सेवानिवृत्ति पर उसके बेटों को डीजे बजाना भारी पड़ गया। दरअसल, चुरहट में पीएचई से सेवानिवृत्त हुए अपने पिता को गाजे बाजे के साथ बेटे जश्न मनाते हुए घर ले जा रहे थे। इसी दौरान डीजे भी बज रहा था, लेकिन जैसे ही डीजे की आवाज थाना प्रभारी के कान में पहुंची तो उनकी नींद में खलल पड़ गया। नींद खराब होने से थाना प्रभारी पुष्पेंद्र नाराज हो गए।
जश्र में शामिल सेवानिवृत्त कर्मचारी के बेटों सहित साथियों के बाल पकड़र घसीटते हुए थाने पहुंचा दिया। इसके बाद कोलाहल अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जेल भिजवा दिया गया।
डीजे की आवाज से नींद हुई खराब
जानकारी के अनुसार, चुरहट थाना अंतर्गत मिसिरगवां गाव निवासी गणपति पटेल पीएचई विभाग में कर्मचारी थे। उनकी सेवानिवृत्त होने पर पुलिस आर्यन पटेल अपने साथ प्रकाश पटेल, कार्तिक पटेल सहित अन्य के साथ पिता को डीजे पर गाना बजाते और नाचते हुए घर जा रहे थे। जैसे ही काफिला 31 दिसंबर दोपहर करीब चार बजे पुलिस कॉलोनी चुरहट पहुंचा, उस दौरान थाना प्रभारी निरीक्षक पुष्पेंद्र मिश्रा नींद में थे, डीजे की आवाज के कारण उनकी नींद खुल गई। थाना प्रभारी नींद खुलने से इतना नाराज हो गए कि बाहर निकलकर गाली-गलौज करते हुए पुलिस बुला ली।
बाल पकड़कर गाड़ी में बैठाया
गाली-गलौज करते हुए पुष्पेंद्र मिश्रा ने युवकों के बाल पकड़कर उन्हें गाड़ी में बैठाया और थाने भेज दिया। इसके बाद उनके खिलाफ मप्र कोलाहल अधिनियम के तहत अपराध पंजीवद्ध कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद थाना प्रभारी ने सफाई देते हुए दूसरी कहानी सुनाई।
वीडियो पर दी सफाई
पुष्पेंद्र मिश्रा के मुताबिक कुछ युवक पिकअप में तेज आवाज में डीजे बजा रहे थे। जब पुलिस कॉलोनी में रहने वाले एक कॉन्स्टेबल ने शोर कम करने का अनुरोध किया, तो नशे में धुत युवकों ने न केवल उनकी बात नहीं मानी बल्कि उनके साथ बदसलूकी भी की। काफिले में शामिल कुछ लोग अभद्रता करते हुए मारपीट पर उतारू हो गए, जिसकी जानकारी मुझे दी गई। मैं भी आराम कर रहा था, जिस ड्रेस में था उसी ड्रेस में बाहर निकलकर थाना से अतिरिक्त बल बुलवाकर कार्रवाई की गई। थाना प्रभारी का कहना है कि वीडियो एडिट किया गया है। इसमें पूरी घटना का सिर्फ एक हिस्सा दिखाया जा रहा है।
वीडियो वायरल होने पर हुई कार्रवाई
वीडियो सामने आने पर एसपी ने बताया कि,’थाना चुरहट अंतर्गत वायरल वीडियो मामले में संज्ञान लिया जाकर प्रथम दृष्टिया उप पुलिस महानिरीक्षक रीवा क्षेत्र, रीवा द्वारा थाना प्रभारी चुरहट को 1 वर्ष की वेतनवृद्धि रोके जाने के दण्ड से दंडित किया गया है। मामले की विस्तृत जांच कराई जा रही है जांच रिपोर्ट आने के उपरांत अग्रिम कार्यवाही की जावेगी।

Author: Yogesh Porwal
वर्ष 2012 से पत्रकारिता के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय है। राष्ट्रीय समाचार पत्र हमवतन, भोपाल मेट्रो न्यूज, पद्मिनी टाइम्स में जिला संवाददाता, ब्यूरो चीफ व वर्ष 2015 से मन्दसौर से प्रकाशित दशपुर दिशा समाचार पत्र के बतौर सम्पादक कार्यरत, एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा जिला स्तरीय अधिमान्य पत्रकार है। पोरवाल, खोजी पत्रकारिता के लिए चर्चित है तथा खोजी पत्रकारिता सम्मान से सम्मानित भी किए जा चुके है। योगेश पोरवाल ने इग्नू विश्वविद्यालय दिल्ली एवं स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन, न्यू मीडिया में पीजी डिप्लोमा और मास्टर डिग्री प्राप्त की, इसके अलावा विक्रम विश्वविद्यालय से एलएलबी, एलएलएम और वर्धमान महावीर ओपन विश्वविद्यालय से सायबर कानून में अध्ययन किया है।